प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बोला कि अंडमान और निकोबार के द्वीपों का नाम हमारे नायकों के नाम पर रखना यह सुनिश्चित करने का एक तरीका है कि देश के प्रति उनकी सेवा को आने वाली पीढ़ियां याद रखें.
पत्रकार शिव अरूर की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किए गए पोस्ट को रीपोस्ट करते हुए प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने लिखा, अंडमान और निकोबार में द्वीपों का नाम हमारे नायकों के नाम पर रखना यह सुनिश्चित करने का एक तरीका है कि देश के प्रति उनकी सेवा को आने वाली पीढ़ियों तक याद रखा जाए. यह हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और उन प्रतिष्ठित शख़्सियतों की स्मृति को संरक्षित करने के कोशिश का भी हिस्सा है, जिन्होंने हमारे राष्ट्र पर एक अमिट छाप छोड़ी है.
पीएम मोदी ने आगे लिखा, जो देश अपनी जड़ों से जुड़े रहते हैं, वे ही विकास और राष्ट्र-निर्माण में आगे बढ़ते हैं. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह का भी आनंद लें. सेलुलर कारावास भी अवश्य जाएं और महान वीर सावरकर के साहस से प्रेरणा लें.
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष 23 जनवरी 2023 को अंडमान के 21 द्वीपों के नाम हिंदुस्तान के सर्वोच्च सैन्य सम्मान परमवीर चक्र से सम्मानित सैनिकों के नाम पर रखे गए थे.
इस दौरान प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने बोला था, 21 द्वीपों के नामकरण के पीछे एक संदेश हैं. यह संदेश एक भारत, श्रेष्ठ हिंदुस्तान की भावना का है. यह संदेश राष्ट्र के लिए हमारे परमवीरों के बलिदान और उनके अद्वितीय साहस और बहादुरी का है. इन 21 परमवीर चक्र विजेताओं ने राष्ट्र की सेवा में अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया. वे भिन्न-भिन्न राज्यों से थे, भिन्न-भिन्न भाषाएं बोलते थे, लेकिन वे राष्ट्र की सेवा में एकजुट थे. यह राष्ट्र का कर्तव्य है कि सेना के सहयोग के साथ-साथ इन राष्ट्रीय रक्षा अभियानों के लिए स्वयं को समर्पित करने वाले सैनिकों को भी व्यापक रूप से मान्यता दी जाए.