ईरान ने इजरायल पर कई मिसाइलें दागी, जिसके कारण इजरायली नागरिकों को सुरक्षित स्थानों का आश्रय लेने के विवश होना पड़ा, वहीं ईरान में इस हमले के बाद उत्सव मनाया जाने लगा. मंगलवार देर रात तक इस हमले के कारण जान माल की क्षति के बारे में फौरन कोई जानकारी नहीं मिली है. इस बीच इजरायल के पूर्व पीएम ने बड़ा बयान दिया है. ईरान के इजरायल पर किए गए मिसाइल हमले को “भयानक गलती” बताते हुए इजरायल के पूर्व पीएम नफ्ताली बेनेट ने बोला है कि अब इजरायल के पास पिछले 50 सालों में सबसे बड़ा अवसर है कि वह मध्य पूर्व का चेहरा बदल दे.
नफ्ताली बेनेट ने यह बयान ईरान द्वारा 108 बैलिस्टिक मिसाइलें इजरायल पर दागने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दिया. उन्होंने बोला कि इजरायल को अभी कार्रवाई करनी चाहिए और ईरान के परमाणु कार्यक्रम और ऊर्जा सुविधाओं को नष्ट करना चाहिए. बेनेट ने कहा, “इजरायल के पास अब मध्य पूर्व की तस्वीर बदलने का पिछले 50 सालों में सबसे बड़ा अवसर है. ईरान की जो नेतृत्व टीम शतरंज में माहिर मानी जाती थी, उसने इस शाम बहुत बड़ी गलती कर दी. हमें अभी कार्रवाई करनी चाहिए और ईरान के परमाणु कार्यक्रम, उसकी केंद्रीय ऊर्जा सुविधाओं को नष्ट करना चाहिए और इस आतंकी शासन को पूरी तरह से अपंग करना चाहिए.”
नफ्ताली बेनेट पहले इजरायल की विशेष सायरेट मटकल यूनिट में कमांडो रह चुके हैं और न्यू राइट पार्टी के नेता हैं. वे जून 2021 से जून 2022 तक इजरायल के पीएम रहे. उन्होंने 2021 में बेन्यामिन नेतन्याहू को हटाने के बाद पीएम पद संभाला था. उन्होंने ईरान को आतंकवाद का “ऑक्टोपस” कहा, जिसकी टेंटेकल (हथियारबंद गुट) जैसे हिजबुल्लाह, हमास और हौथी, इजरायल को निशाना बनाते हैं.
बेनेट ने कहा, “हमें इस ऑक्टोपस के सिर को निशाना बनाना होगा, जो अपने डर के कारण अपनी टेंटेकल्स को भेजता है ताकि वह हमें मार सके, जबकि अयातुल्लाह सुरक्षित रूप से तेहरान में अपने महलों में बैठा होता है. अभी इन टेंटेकल्स को अस्थायी रूप से लकवा मार गया है – अब सिर की बारी है. हमें अपने बच्चों के भविष्य से इस भयानक खतरे को हटा देना चाहिए.”
ईरान के इस मिसाइल हमले से पहले इजरायल के सैन्य अभियानों में हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह और हमास के नेता इस्माइल हनियेह की मृत्यु हो गई थी. हालांकि, इजरायल की एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम ने ईरान द्वारा दागी गई कई मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर लिया, फिर भी कुछ मिसाइलें अपने लक्ष्यों तक पहुंच गईं. फिलहाल इजरायल में कोई जानमाल की नुकसान नहीं हुई है.
ईरान के इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने इस हमले को संयुक्त देश चार्टर के मुताबिक कहा और बोला कि यह “संयम की अवधि” के बाद किया गया है, जो कि ईरान की संप्रभुता पर हुए हमले का उत्तर था. IRGC के अनुसार, मिसाइलों ने ऑयल अवीव के आसपास के “तीन सैन्य ठिकानों” के साथ-साथ एयर और रडार बेसों को निशाना बनाया था.
इजरायल के पीएम बेन्यामिन नेतन्याहू ने ईरान की इस कार्रवाई को “बड़ी गलती” करार दिया और बोला कि ईरान को इसके लिए मूल्य चुकानी होगी. वहीं, बेनेट ने अपनी पोस्ट में कहा, “हमारे पास वैधता है. हमारे पास साधन हैं. अब जबकि हिजबुल्लाह और हमास पंगु हो चुके हैं, ईरान उजागर हो गया है. पिछले एक भयानक वर्ष के दौरान, ईरानी टेंटेकल्स ने हमारे परिवारों की मर्डर की, हमारी बेटियों का दुष्कर्म किया, हमारे बच्चों को अगवा किया, हमारे शहरों को लूट लिया, हमारी जमीनें जला दीं, हमारे जहाजों पर धावा किया. अब समय आ गया है. हमें इस मौके को गंवाना नहीं चाहिए.”