सियोल: उत्तर कोरिया ने लक्ष्यों पर परफेक्ट प्रहार करने के मकसद से डिजाइन किए गए विस्फोटक ड्रोन का परीक्षण किया है. इस दौरान किम जोंग उन ने इन हथियारों के बड़े पैमाने पर निर्माण में तेजी लाने की बात कही है. शुक्रवार को सरकारी मीडिया ने इस बारे में जानकारी दी. राष्ट्र ने यह परीक्षण ऐसे समय में किया है जब अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान निकटवर्ती अंतर्राष्ट्रीय जलक्षेत्र में उन्नत लड़ाकू जेट विमानों और एक अमेरिकी विमानवाहक पोत के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रहे हैं.
पहले भी हो चुके हैं परीक्षण
उत्तर कोरिया की आधिकारिक ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ (केसीएनए) ने कुछ फोटोज़ प्रकाशित की हैं जिनमें किम कम से कम दो भिन्न-भिन्न तरह के मानव रहित हवाई वाहनों के पास ऑफिसरों से बात करते नजर आ रहे हैं. इनमें ‘एक्स’-आकार की पूंछ और पंख वाले यान शामिल हैं जो उन ड्रोन की तरह प्रतीत होते हैं जिनका राष्ट्र ने अगस्त में उस समय खुलासा किया था जब किम ने विस्फोट करने वाले ड्रोन के एक और प्रदर्शन का निरीक्षण किया था.
ड्रोन ने लक्ष्यों पर किया परफेक्ट प्रहार
केसीएनए ने कहा कि ड्रोन ने विभिन्न मार्गों से उड़ान भरी और लक्ष्यों पर परफेक्ट प्रहार किया. इसके चित्रों में ऐसा प्रतीत हो रहा था कि ड्रोन से बीएमडब्ल्यू सेडान और टैंकों के पुराने मॉडल को निशाना बनाया गया. किम ने हथियार विकसित करने की प्रक्रिया पर संतोष व्यक्त किया और ‘‘जल्द से जल्द एक श्रृंखला उत्पादन प्रणाली बनाने और बड़े पैमाने पर उत्पादन करने’’ की जरूरत पर बल दिया. किम ने कहा कि कैसे ड्रोन आधुनिक युद्ध में जरूरी होते जा रहे हैं. केसीएनए ने किम के शब्दों को दोहराते हुए बोला कि कई सैन्य गतिविधियों के लिए ड्रोन कम लागत पर बनाना आसान है.
उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया पर लगाया आरोप
बता दें कि, उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया पर पिछले महीने उत्तर कोरिया विरोधी पर्चे गिराने के लिए अपने ड्रोन भेजने का इल्जाम लगाया था और धमकी दी थी कि यदि दोबारा ऐसा किया गया तो वह बलपूर्वक उत्तर देगा. दक्षिण कोरिया की सेना ने इस बात की पुष्टि करने से इनकार कर दिया है कि उत्तर कोरिया के यह दावे ठीक हैं या नहीं.