भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत के बाद पूरा देश शोक में डूबा है। ऐसा क्या हुआ जिसकी वजह से हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया। इस मामले को लेकर मंथन शुरू हो गया है और ट्राइ सर्विस इंक्वायरी टीम ने मामले की जांच भी शुरू कर दी है। भारत में कई रक्षा विशेषज्ञों ने भी अपनी राय रखी है। भारत के रक्षा मामलों के विशेषज्ञ ब्रह्मा चेलानी ने जनरल रावत के इस हेलिकॉप्टर हादसे की तुलना ताइवान के सेना प्रमुख से की चेलानी के ट्विट पर ग्लोबल टाइम्स को लगा कि जनरल बिपिन रावत की मौत को लेकर उन पर ऊंगलियां उनपर उठ रही हैं इसलिए ग्लोबल टाइम्स ने इस मुद्दे में अमेरिका को भी घसीट लिया।
अमेरिका का भी हो सकता है हाथ
ग्लोबल टाइम्स ने ब्रह्मा चेलानी के ट्विट को रिट्विट कर लिखा की इस नजरिये से अमेरिका की भी इस हेलीकॉप्टर क्रैश में भूमिका हो सकती है क्योंकि भारत रूस से एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली के साथ आगे बढ़ रहे हैं। अमेरिका ने इस डील को लेकर कड़ा विरोध भी जताया है। यानी ग्लोबल टाइम्स द्वारा अमेरिकी एंगल को भी इस दुर्घटना में घसीट लिया गया। चीनी अखबार ने आशंका जताते हुए कहा कि रूस के बने हेलीकॉप्टर में सीडीएस रावत समेत 13 लोग सवार थे और हो सकता है रूस की साख खराब करवाने के लिए अमेरिका ने ऐसा करवाया हो।
क्या कहा था ब्रह्म चेलानी ने
चेलानी ने लिखा, ‘जनरल रावत की मौत 2020 की शुरुआत में हुई एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना के समान है, जिसमें ताइवान के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ जनरल की मौत हो गई थी। इसमें शेन यी-मिंग और दो प्रमुख जनरलों सहित सात अन्य शामिल थे। हर हेलिकॉप्टर क्रैश में चीन की आक्रामकता के खिलाफ डिफेंस के एक प्रमुख व्यक्ति की मौत हो जाती है।’ असल में चेलानी ने अपने ट्विट में ताइवान के जिस जनरल स्टाफ के प्रमुख की बात की उनकी 2020 में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में ही हुई थी। सभी अमेरिकी ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर में सवार थे। राजधानी ताइपे के पास खराब मौसम की वजह से इमरजेंसी लैंडिग करते वक्त उनका हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया था। हालांकि चेलानी ने अपने दूसरे ट्विट में ये भी साफ कर दिया कि वो दोनों घटनाओं को आपस में नहीं जोड़ रहे हैं।