पेरिस. फ्रांस ने कोरोना वायरस के मामले बढ़ने पर क्रिसमस की छुट्टियों के मद्देनजर लोगों से टीके की खुराक लेने का शुक्रवार को अनुरोध किया. बहरहाल, सरकार एक बार फिर लॉकडाउन लगाने से बच रही है. प्रधानमंत्री जीन कास्टेक्स ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “पांचवीं लहर आ गयी है और यह पूरी ताकत से यहां आयी है.” इसके साथ ही उन्होंने यूरोप में अत्यधिक उत्परिवर्तित ओमिक्रॉन वेरिएंट के प्रसार की तुलना “बिजली” से की.
उन्होंने कहा कि फ्रांस में जनवरी की शुरुआत से तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप के मामले आने की आशंका है. छुट्टियों के दौरान संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने सार्वजनिक कार्यक्रमों और नववर्ष के जश्न समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया है तथा लोगों से क्रिसमस पर बड़ी संख्या में एकत्रित होने से बचने का आह्वान किया है.
फ्रांस में पिछले हफ्ते से हर दिन आ रहे 50000 से अधिक नए मामले
कास्टेक्स ने कहा, “आप जितनी कम संख्या में रहेंगे, संक्रमण का खतरा भी उतना कम होगा.” प्रधानमंत्री ने बताया कि फ्रांस ने ओमिक्रॉन स्वरूप के मामले बढ़ने पर यूरोपीय संघ से बाहर के देशों की यात्रा पर भी पाबंदी लगा दी है. प्राधिकारियों ने टीकाकरण तेज कर दिया है. स्वास्थ्य अधिकारियों ने दूसरी और तीसरी खुराक के बीच के अंतराल को पांच महीने से कम करके चार महीने तक कर दिया है. फ्रांस में पिछले हफ्ते से हर दिन औसतन 50,704 नए मामले आ रहे हैं और अकेले बृहस्पतिवार को ही 60,866 मामले आए.
पहली बार 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में हुई नए वेरिएंट की पहचान
वैज्ञानिकों का कहना है कि ‘ओमिक्रॉन’ वेरिएंट कई बार उत्परिवर्तन (Mutations) का नतीजा है. कोविड के अधिक संक्रामक स्वरूप बी.1.1.1.529 के बारे में पहली बार 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका की ओर से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को सूचित किया गया था. इसके बाद बोत्सवाना, बेल्जियम, हांगकांग, इजरायल, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, नीदरलैंड, जापान, जर्मनी और फ्रांस सहित कई देशों में भी इसकी पहचान की गई है.
ओमिक्रॉन को कोरोना वायरस के विभिन्न स्वरूपों में सबसे खतरनाक माना जा रहा है. ब्ल्यूएचओ ने 26 नवंबर को इसे ‘चिंताजनक’ स्वरूप (Variant of Concern) बताते हुए ओमिक्रॉन नाम दिया.