यूनाइटेड स्टेट ने चेतावनी दी है कि इस्लामिक देश यमन के 80 लाख लोग भूखमरी के कगार पर पहुंच सकते हैं। यूएस का कहना है कि फंड की कमी की वजह से यह हालात बने हैं। बुधवार को यूएन फूड रिलीफ एजेंसी ने चेताते हुए कहा कि उसके पास फंड की काफी कमी है जिसकी वजह से वो यमन के करीब लाखों लोगों तक पहुंचा पाने में सक्षम नहीं है।
कम राशन में कैसे मिटेगी भूख?
जनवरी से, यमन की 80 लाख लोग जो भूखे हैं उन्होंने कम राशन मिलेगा। इसके अलावा 50 लाख वैसे लोग जो भूख से बिल्कुल ही अकाल के कगार पर खड़े हैं उन्हें पूरा राशन मिलेगा। वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (मीडिल ईस्ट) की क्षेत्रीय निदेशक कोरिने फ्लेसिचर ने कहा, ‘मुश्किल घड़ी की मांग है कि मुश्किल कदम उठाए जाए। हमें अपने सीमित स्त्रोत को देखते हुए प्राथमिकताएं तय करनी होंगी। जो सबसे मुश्किल राज्यों में हैं हम उनपर ज्यादा फोकस कर रहे हैं। यमन में वैसे परिवार जो खाने-पाने को लेकर इस प्रोग्राम पर आश्रित हैं उनके लिए राशन का कम हो जाना एक बेहद ही मुश्किल समय है। मुद्रा की क़ीमतों में गिरावट दर्ज की गई है और मुद्रास्फ़ीति के कारण यहां अर्थव्यवस्था ध्वस्त होने के कगार पर पहुंच गई है।’