दिल्ली में विधानसभा के लिए 5 फरवरी को मतदान होने जा रहा है. सियासी दलों के उम्मीदवार जोर-शोर से चुनाव प्रचार में जुटे हैं. आम आदमी पार्टी जीत की लय बरकरार रखने के लिए बल लगा रही है. बीजेपी भी सत्ता पर काबिज होने का कोशिश कर रही है. नजफगढ़ सीट पर आप जहां हैट्रिक की तलाश में है, वहीं बीजेपी एक बार फिर यहां कमल खिलाने के लिए पूरी प्रयास कर रही है.
आप ने नजफगढ़ से तरुण यादव को, बीजेपी ने नीलम पहलवान और कांग्रेस पार्टी ने सुषमा यादव को मैदान में उतारा है. नजफगढ़ सीट पर 2015 और 2020 के चुनाव में आम आदमी पार्टी के कैलाश गहलोत ने जीत दर्ज की थी जो अब बीजेपी में शामिल हो गए हैं. वर्ष 2013 में इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार अजीत सिंह खरखड़ी ने जीत दर्ज की थी.
कैलाश गहलोत के पार्टी छोड़ने के बाद आप ने इस सीट से तरुण यादव को टिकट दिया है. कहा जा रहा है कि नीलम पहलवान और तरुण यादव के बीच कांटे की भिड़न्त देखे को मिलेगी.
नजफगढ़ निर्वाचन क्षेत्र 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया था. गुड़गांव और बहादुरगढ़ के साथ अपनी सीमाएं साझा करने वाले इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में सिख मतदाता हैं.
साल 2020 के चुनाव में आप के कैलाश गहलोत को 81,507 और अजीत सिंह खरखड़ी को 75,276 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस पार्टी उम्मीदवार साहब सिंह 2,379 वोटों के साथ तीसरे जगह पर रहे थे.
इस क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास के मामले अहम हैं. इन मुद्दों के अतिरिक्त भी उम्मीदवार विभिन्न मुद्दों पर वोट मांग रहे हैं.
देखना यह होगा कि क्या तरुण यादव नजफगढ़ सीट पर आप की जीत को बरकरार रख पाएंगे या फिर भाजपा-कांग्रेस का कोई उम्मीदवार बाजी मारेगा.
नजफगढ़ विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या दो लाख 76 हजार से अधिक है. यहां 1,44,687 पुरुष मतदाता, 1,31,713 स्त्री मतदाता और 11 थर्ड जेंडर वोटर हैं.