आर्थिक तंगी का सामना कर रहे पाकिस्तान ने बुधवार रात को कम दूूरी की मारक क्षमता वाले एक बैैैैैैैैलिस्टिक मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया। छोटी-छोटी बातों में भारत के विरोध में खड़ा होने वाला पाकिस्तान मिसाइल के मामले में इससे काफी पीछे है चाहे वह कम जेंज की मिसाइल की बात हो या फिर लंबे रेंज की। पाकिस्तान में जमीन से जमीन पर मार करने वाली छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल ‘गजनवी’ का प्रक्षेपण किया गया। इसके लिए पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि 290 किमी. तक मारक क्षमता वाली इस मिसाइल में परमाणु और परंपरागत युद्ध करने की ताकत है।
राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री ने सेना को दी बधाई
मिसाइल के सफल प्रक्षेपण पर राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और प्रधानमंत्री इमरान खान ने आर्मी स्ट्रैटेजिक फोर्स कमांड, इंजीनियर और वैज्ञानिकों को बधाई दी है। ज्ञात हो कि पाकिस्तान ने पिछले माह भी जमीन से जमीन पर मार करने वाली शाहीन मिसाइल 3 का भी परीक्षण किया था। इसकी रेंज 2750 किमी. बताई गई है।
1987 में निर्माण हुआ था शुरू
वर्ष 1987 में पाकिस्तान ने गजनवी मिसाइल का निर्माण शुरू किया था। इसके करीब 20 साल बाद मिसाइल पाकिस्तानी सेना में शामिल किया गया था। 8.5 मीटर लंबाई वाला यह मिसाइल चीन के सहयोग से बनाया गया है। इसे पाकिस्तान के नैशनल डेवलपमेंट कॉम्पलैक्स ने विकसित किया है। बता दें कि पाकिस्तान मिसाइल कंट्रोल रिजीम ट्रीटी (MCRT) का सदस्य नहीं है, ऐसे में चीन 300 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तक मार करने वाली मिसाइल की तकनीकी को नहीं दे सकता है।
कंगाली से जूझ रहा पाकिस्तान समय-समय पर अपनी ताकत दिखाने का प्रयास करता है, लेकिन भारत से मिसाइल के मामले में वह कहीं भी नहीं ठहरता है। भारत के पास जहां कम रेंज की पृथ्वी, धनुष, प्रहार और सागरिका मिसाइल हैं तो लंबी रेंज वाली शौर्य और अग्नि मिसाइल भी हैं। ये सभी मिसाइलें हर तरह के आयुध ले जाने में सक्षम हैं।