केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले पर आज राज्यों के डीजीपी के साथ मीटिंग की। इस मीटिंग में गृहसचिव अजय कुमार भल्ला, कश्मीर के डीजी समेत कई वरिष्ठ ऑफिसर उपस्थित रहे। सूत्रों के मुताबिक, जम्मू कश्मीर में टारगेटेड किलिंग मुद्दे पर गृह मंत्रालय की पूरी स्थिति पर नजर है। इससे पहले ये समाचार सामने आई कि गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ के डीजी कुलदीप सिंह को जम्मू कश्मीर भेजा है। कुलदीप सिंह एनआईए के भी डीजी हैं।
इसके अतिरिक्त जम्मू कश्मीर में आईबी, एनआईए, सेना और सीआरपीएफ के सीनियर ऑफिसर कैम्प कर रहे हैं, जो हर एक इंटेलीजेंस इनपुट्स को मॉनिटर कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार आतंकवादी सुरक्षाबलों के ऑपरेशन से बौखला गए हैं और टारगेटेड किलिंग को अंजाम दे रहे हैं। पिछले 9 दिनों में सुरक्षा बलों ने भिन्न भिन्न मुठभेड़ में 13 आतंकवादी को ढेर किया है।
इस वर्ष जनवरी से लेकर अब तक के आंकड़ो के अनुसार जहां 132 से अधिक आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन में मारा है। वहीं 254 आतंकवादियों को हिरासत में लिया गया है। आंकड़ो के मुताबिक, इस वर्ष 30 सितंबर तक 105 AK-47 राइफल, 126 पिस्टल और 276 हैंड ग्रेनेड सुरक्षाबलों ने बरामद किया है। 126 की संख्या में बरामद पिस्टल से साफ पता चलता है कि आतंकवादी हमले के लिए छोटे हथियार का अधिक इस्तेमाल कर रहे हैं।
पिछले वर्ष आतंकवादियों के पास से 163 पिस्टल बरामद हुए थे, जबकि वर्ष 2019 में 48 और 2018 में कुल 27 पिस्टल आतंकियो से बरामद किए गए थे। इस वर्ष 38 ऐसे मुद्दे सामने आए हैं जिसमे आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर आकस्मित हमला बोल घटना की स्थान से फरार हो गए।
सेना प्रमुख जम्मू पहुंचे
उधर, सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे दो दिनों के दौरे पर सोमवार को जम्मू पहुंचे। सोमवार को जम्मू से वह सीधा राजौरी-पुंछ पहुंचे। मंगलवार को वह सेना की अग्रिम चौकियों का दौरा करेंगे। वहां चल रहे अभियानों के बारे में शीर्ष ऑफिसरों की तरफ से उन्हें जानकारी दी जाएगी।