नई दिल्ली: आइसलैंड के एक ज्वालामुखी में छह हजार साल में पहली बार भयंकर विस्फोट हुआ है। ये ज्वालामुखी आइसलैंड की राजधानी रेक्याविक से लगभग 32 किमी दूर है और फगराडल्स पहाड़ पर स्थित है। ज्वालामुखी के फटने से तापमान में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। यहां इतने सालों में बात हुए विस्फोट से लोगों में आश्चर्य है।
छह हजार साल में कोई विस्फोट नहीं
सूत्रों से सामने आई रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार की रात 8.45 बजे ( स्थानीय समय के हिसाब से) ज्वालामुखी से लावा निकलने लगा। रेक्याविक क्षेत्र में ज्वालामुखी में विस्फोट आम बात नहीं है। रेक्याविक क्षेत्र में 781 साल में पहली बार ऐसी घटना हुआ है। जबकि जिस ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ है, उसमें बीते छह हजार साल में कोई विस्फोट नहीं हुआ था।
ऐसे में आइसलैंड के मौसम विभाग ने कहा है कि ज्वालामुखी में हुआ विस्फोट छोटा है और स्थानीय लोगों को अपने घर खाली करने की जरूरत नहीं है। फगराडल्स पहाड़ पर जिस ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ है, वहां से सबसे नजदीकी शहर की दूरी लगभग 10 किमी है।
कुछ सड़कों को बंद कर दिया
इस घटना को लेकर आइसलैंड की प्रधानमंत्री कैटरीन जकोबस्डोटिर ने ट्वीट किया कि लोग उस क्षेत्र में न जाएं और सुरक्षित रहें। वहीं अधिकारियों ने आसपास की कुछ सड़कों को बंद कर दिया है। लोगों को पॉल्यूशन बढ़ने की चेतावनी भी दी गई है।
वहीं आइसलैंड के एयरट्रैफिक में किसी प्रकार के बदलाव के निर्देश नहीं दिए गए हैं। लेकिन अधिकारियों ने पूरी रात ज्वालामुखी पर नजर बनाए रखी। इस बारे में भूभौतिकीविद् पॉल ईनारसन ने बताया कि ज्वालामुखी में हुए विस्फोट का प्रभाव अब घट रहा है।