मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अफजल गुरु के भाई अजाज अहमद गुरु सोपोर विधानसभा सीट से निर्दलीय के रूप में जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं. सोपोर एक निर्वाचन क्षेत्र है जो अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी के गढ़ माना जाता है. उनके असर में मतदाता दशकों तक मतदान नहीं करते थे.
जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने हैं. तमाम सियासी दलों की तरफ से इस चुनाव में जोर-आजमाइश का दौर भी जारी है. बीते दिनों सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला द्वारा संसद हमले के गुनेहगार अफजल गुरु की फांसी पर उठाए प्रश्न ने घाटी का राजनीतिक तापमान और बढ़ा दिया. जिसके बाद बयानबाजी का दौर भी प्रारम्भ हो गया. तमाम विवादों के बीच 2011 संसद हमले के गुनेहगार अफजल गुरु के भाई को लेकर नया अपडेट सामने आया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अफजल गुरु के भाई अजाज अहमद गुरु सोपोर विधानसभा सीट से निर्दलीय के रूप में जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं. सोपोर निर्वाचन क्षेत्र अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी के गढ़ माना जाता है. उनके असर में मतदाता दशकों तक मतदान नहीं करते थे.
कौन हैं अजाज अहमद गुरु?
अफ़ज़ल गुरु के भाई अजाज गुरु ने 2014 में जम्मू और कश्मीर गवर्नमेंट के पशुपालन विभाग में सरकारी जॉब से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली और वर्तमान में एक ठेकेदार के रूप में काम कर रहे हैं. आनें वाले जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव लड़ने के बारे में बात करते हुए उन्होंने बोला कि जब हर कोई चुनाव लड़ रहा है तो वह ऐसा क्यों नहीं कर सकते? अजाज गुरु एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे क्योंकि उन्होंने पहले साफ रूप से बोला था कि वह वोट मांगने के लिए अपने भाई के नाम का इस्तेमाल नहीं करेंगे क्योंकि उनकी विचारधारा 2001 के संसद हमले मुद्दे में गुनेहगार ठहराए गए फांसी पर लटकाए गए रिश्तेदारों से अलग है.
विशेष रूप से अजाज गुरु अपना फॉर्म जमा करेंगे. नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन गुरुवार है. अज़ाज़ ने आगे बोला कि वह उन युवाओं के लिए चुनाव लड़ेंगे जिन्हें पुलिस ने मनगढ़ंत मामलों में अरैस्ट किया है, जिसमें उनका बेटा शोएब भी शामिल है, जिसे नौ महीने पहले पुलिस ने मनगढ़ंत मुद्दे में अरैस्ट किया था.