हरियाणा में राज्यसभा का चुनाव में आज (13 दिसंबर) को नामांकन वापसी का आखिरी दिन है. बीजेपी ने राष्ट्रीय स्त्री आयोग (NCW) की चेयरपर्सन रह चुकी रेखा शर्मा को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी के मुकाबले कांग्रेस पार्टी ने किसी को भी मैदान में नहीं उतारा है. का
ऐसे में बीजेपी उम्मीदवार की जीत तय मानी जा रही है. रेखा शर्मा ने 10 दिसंबर को नामांकन दाखिल दाखिल करने के आखिरी दिन आवेदन किया था. आज हरियाणा भवन में हरियाणा बीजेपी की ओर से रेखा शर्मा का स्वागत किया जाएगा. इसको लेकर कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है.
इस कार्यक्रम में समाज कल्याण बोर्ड हरियाणा की अध्यक्ष सुमित्रा चौहान समेत कई बीजेपी नेता उपस्थित रहेंगे. बता दें कि हरियाणा की 5 राज्यसभा सीटे हैं और 4 पर अभी बीजेपी काबिज हैं. हरियाणा से सुभाष बराला, राम चंद्र जांगड़ा, किरण चौधरी और कार्तिकेय शर्मा राज्यसभा सांसद चुने जा चुके हैं.
भाजपा के पास 48 विधायक, तीन निर्दलियों का समर्थन 90 विधायकों वाली हरियाणा विधानसभा में बीजेपी विधायकों की संख्या 48 हैं. इसके अतिरिक्त 3 निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन हासिल है. विपक्षी दल कांग्रेस पार्टी के पास 37 विधायक हैं. इसके बावजूद बीजेपी को अपना प्रत्याशी राज्यसभा में भेजने में कोई परेशानी नहीं आएगी. 48 विधायकों के बल पर भी बीजेपी सरलता से अपने प्रत्याशी को साल 2028 तक राज्यसभा भेज सकती है.
2017 में स्त्री आयोग की अध्यक्ष बनीं
रेखा शर्मा का जन्म वर्ष 1964 में हुआ. उन्होंने उत्तराखंड से पॉलिटिकल साइंस की डिग्री लेने के बाद मार्केटिंग और एडवरटाइजिंग में डिप्लोमा किया. इसके बाद उन्होंने राजनीति में कदम रख लिया. पंचकूला में बीजेपी की सेक्रेटरी के पद के बाद मीडिया प्रभारी का काम संभाला.
2014 में नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद 2015 में रेखा शर्मा की राष्ट्रीय स्त्री आयोग में एंट्री हुई. 29 सितंबर, 2017 को उन्हें आयोग का अध्यक्ष बनाया गया. वह स्त्री सुरक्षा और बलात्कार के मुद्दों को लेकर मीडिया में चर्चा में रहीं.
6 अगस्त 2024 तक उन्होंने अध्यक्ष के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा किया. कार्यकाल पूरा करने के बाद उन्होंने अपने कार्यकाल को चुनौतीपूर्ण माना था.