शिकागो: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ती जा रही है. डोनाल्ड ट्रंप के सामने डेमोक्रेट्स की ओर से कमला हैरिस चुनाव में ही ताल ठोकेंगी. डेमोक्रेट्स नेशनल कन्वेंशन में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने डेमोक्रेट्स की उम्मीदवारी को स्वीकार कर लिया है. इस दौरान उन्होंने सभी अमेरिकियों की राष्ट्रपति बनने की कसम खाई. हैरिस ने अपने संबोधन में बोला कि वह ‘‘शांतिपूर्ण ढंग से सत्ता हस्तांतरण’’ के लिए प्रतिबद्ध हैं. उम्मीदवारी स्वीकार करने के बाद कमला हैरिस राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनने वाली डेमोक्रेटिक पार्टी की दूसरी स्त्री नेता बन गई हैं.
‘यह अमेरिकियों के रूप में आगे बढ़ने का मौका’
कमला हैरिस ने बोला कि वह एक ऐसी राष्ट्रपति बनेंगी, जो राष्ट्र के लोगों को एकजुट करेंगी. उन्होंने बोला कि आनें वाले राष्ट्रपति चुनाव एक नया रास्ता बनाने का मौका है. यह किसी एक पार्टी या गुट के सदस्य के रूप में नहीं, बल्कि अमेरिकियों के रूप में आगे बढ़ने का मौका है.
‘उम्मीदवारी स्वीकार करती हूं’
हैरिस ने कहा, ‘‘लोगों की ओर से, प्रत्येक अमेरिकी की ओर से, चाहे वह किसी भी पार्टी, जाति, या भाषा से संबंध रखता हो, मेरी मां की ओर से और उन सभी लोगों की ओर से जिन्होंने ऐसे अमेरिकियों की ओर से अपनी असंभव यात्रा प्रारम्भ की, जिनके साथ मैं बड़ी हुई, जो कड़ी मेहनत करते हैं, अपने सपनों का पीछा करते हैं और एक-दूसरे का ख्याल रखते हैं, उन सभी की ओर से जिनकी कहानी पृथ्वी के सबसे महान देश में ही लिखी जा सकती है, मैं उम्मीदवारी स्वीकार करती हूं.’’
रूस-यूक्रेन जंग पर कमला ने साफ किया रुख
शिकागो के ‘यूनाइटेड सेंटर’ में उम्मीदवारी स्वीकार करने के लिए मंच पर आईं हैरिस (59) ने बोला कि उनके लिए असंभव यात्राएं कोई नयी बात नहीं हैं. हैरिस ने बोला कि उनके प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप धीर-गंभीर आदमी नहीं हैं. उन्होंने रूस के साथ युद्ध में यूक्रेन का योगदान करने की प्रतिबद्धता जताते हुए बोला कि यदि वह राष्ट्रपति चुनी जाती हैं तो वह यूक्रेन और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के अपने सहयोगियों के साथ मजबूती से खड़ी रहेंगी. हैरिस की मां श्यामला गोपालन भारतीय थीं और उनके पिता डोनाल्ड जैस्पर हैरिस जमैका के नागरिक थे. यदि हैरिस निर्वाचित होती हैं, तो वह अमेरिका की पहली स्त्री राष्ट्रपति होंगी|