Canada News : भारतीय मूल के एक प्रमुख कनाडाई सांसद ने बोला कि खालिस्तानी हिंसक चरमपंथ एक कनाडाई परेशानी है और राष्ट्र की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को इस मामले को पूरी गंभीरता से लेना चाहिए. आर्य ने कहा, खालिस्तानी हिंसक उग्रवाद कनाडा की एक परेशानी है. प्रतिनिधि सभा में नेपियन से सांसद चंद्र आर्य ने बुधवार को सदन को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की.
आर्य ने कहा, खालिस्तानी हिंसक उग्रवाद कनाडा की एक परेशानी है और रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस ने बोला है कि राष्ट्रीय कार्य बल इसकी जांच पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. उन्होंने बोला कि हर कोई जानता है कि चरमपंथ और आतंकवाद राष्ट्रीय सीमाओं तक सीमित नहीं हैं. उन्होंने कहा, मैं हमारी कानून प्रवर्तन एजेंसियों से आग्रह करता हूं कि वे इस मामले को पूरी गंभीरता से लें.
आर्य ने अपना अनुभव साझा करते हुए बोला कि दो हफ्ते पहले जब वह एडमोंटन में एक हिंदू कार्यक्रम में भाग ले रहे थे, तब खालिस्तानी प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने उनके विरुद्ध हिंसक विरोध प्रदर्शन किया था. आर्य ने बोला कि वह रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) की सुरक्षा प्रबंध की वजह से कार्यक्रम में भाग ले सके.
उन्होंने कहा, कनाडा में हमने लंबे समय से खालिस्तानी चरमपंथ की गंभीर परेशानी को पहचाना और अनुभव किया है. उन्होंने कहा, मैं साफ कर दूं कि कनाडा की संप्रभुता का उल्लंघन और कनाडा में किसी भी रूप में विदेशी हस्तक्षेप अस्वीकार्य है.
पिछले वर्ष सितंबर में कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तानी चरमपंथी हरदीप सिंह निज्जर की मर्डर में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता के इल्जाम लगाए थे. इसके बाद हिंदुस्तान और कनाडा के बीच संबंध बहुत तनावपूर्ण हो गए थे. हिंदुस्तान ने ट्रूडो के आरोपों को खारिज कर दिया था.