अमेरिका गैरकानूनी प्रवासियों को निर्वासित कर रहा है. आज अमेरिकी सैन्य विमान C-17 सैन एंटोनियो से अमृतसर के लिए रवाना हुआ है. यह विमान बुधवार की सुबह अमृतसर के एयरपोर्ट पर पहुंचेगा.
सीनियर अधिकारी ने नाम ना छापने का निवेदन करते हुए बोला कि इन 205 डिपोर्ट किए गए हिंदुस्तानियों को डिटेन करने के कोई आदेश नहीं मिले हैं. लेकिन इनके दस्तावेज़ यहां चेक किए जाएंगे, जिसमें सारा दिन लग सकता है.
इन डिपोर्ट किए गए हिंदुस्तानियों का खास तौर पर अपराधी रिकॉर्ड चेक किया जाएगा, ताकि एयरपोर्ट से बाहर निकलने से पहले ही अरेस्ट किया जा सके. अनुमान है कि इन हिंदुस्तानियों में कुछ ऐसे भी हो सकते हैं, जो हिंदुस्तान में अपराध करके अमेरिका भागे हों.
व्हाइट हाउस ने जानकारी देने से इंकार किया
अमेरिका के व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि इस अभियान में 538 गैरकानूनी प्रवासियों को अरैस्ट किया गया, जिनमें एक संदिग्ध आतंकवादी, ट्रेन डी अरागुआ रैकेट के चार सदस्य, और नाबालिगों के विरुद्ध यौन अपराधों के गुनेहगार कई क्रिमिनल शामिल हैं. उन्होंने बोला कि यह निर्वासन अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है. प्रशासन अपने वादों को पूरा कर रहा है.
हालांकि, हिंदुस्तान के 205 गैरकानूनी प्रवासियों को लेकर सैन एंटोनियो से पंजाब के अमृतसर हवाई अड्डे के लिए एक अमेरिकी सैन्य C-17 विमान के प्रस्थान के बारे में विशिष्ट जानकारी मौजूद नहीं है. अमेरिकी दूतावास के एक प्रवक्ता ने बोला कि वे इस तरह की उड़ानों के बारे में विवरण साझा नहीं कर सकते.
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने टेक्सास के एल पासो और कैलिफोर्निया के सैन डिएगो में हिरासत में रखे गए 5 हजार से अधिक गैरकानूनी अप्रवासियों को भी उनके राष्ट्रों में भेजने के लिए सैन्य विमानों की सहायता देनी प्रारम्भ कर दी है. अब तक सैन्य विमानों के जरिए अमेरिका से ग्वाटेमाला, पेरू और होंडुरास के प्रवासियों को वापस भेजा गया है.