दुनिया के तमाम मुल्कों में टीकाकरण के बावजूद कोरोना के मामले कम नहीं हो रही हैं। आलम यह है कि महामारी से रोजाना सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है। अमेरिका में कोरोना का कहर फिर तेज हो रहा है। कैलिफोर्नियां में गंभीर मरीजों के बढ़ने के कारण अस्पताल भर गए हैं। लोगों को आइसीयू में मुश्किल से बिस्तर उपलब्ध हो रहे हैं। जान हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार दुनियाभर में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 22 करोड़ को पार कर गया है जबकि महामारी से मरने वालों की संख्या 45.6 लाख से ज्यादा हो गई है।
टीकाकरण के बावजूद बढ़े केस
गौर करने वाली बात यह है कि कैलिफोर्निया में टीकाकरण के बावजूद संक्रमितों की संख्या में यह उछाल दर्ज किया गया है। गवर्नर गैविन न्यूसम ने बताया कि कैलिफोर्निया में 12 या उससे अधिक उम्र के 80 फीसद से ज्यादा लोगों को कोविड-19 रोधी वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लगा दी गई है। महामारी के इस आंकड़े के साथ ही कैलिफोर्निया अमेरिका में सर्वोच्च टीकाकरण दर वाले राज्यों में से एक बन गया है।
आइसीयू में नहीं बची जगह
कैलिफोर्निया में डेल्टा वैरिएंट के कारण मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यहां की सेंट्रल वैली के अस्पतालों में स्थिति गंभीर है। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार अस्पताल में आइसीयू में जगह नहीं बची है। स्टाफ की जबर्दस्त कमी हो गई है। कहीं-कहीं तो दस फीसद ही स्टाफ बना हुआ है। कुछ स्थानों पर पिछले चार सप्ताह में नए मामलों की संख्या दोगुनी हो गई है। अस्पतालों में निरंतर बढ़ रही संख्या को देखते हुए यहां के अधिकारी अब मरीजों को अन्य स्थानों पर स्थानांतरित करने पर विचार कर रहे हैं।
एमयू वैरिएंट के दो हजार मामले मिले
अमेरिका में 2000 नए मामले एमयू वैरिएंट के मिले हैं। इस वैरिएंट के ज्यादातर मरीज कैलिफोर्निया, फ्लोरिडा, टेक्सास और न्यूयार्क में हैं। ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में चार सितंबर को कोरोना संक्रमण के 1,60,901 नए मामले मिले जबकि एक दिन में 1544 लोगों की मौत हो गई थी। समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से बच्चे भी प्रभावित हो रहे हैं। बीते एक हफ्ते में बच्चों के मामले भी दो लाख से ज्यादा बढ़ गए हैं।
वैक्सीन को चकमा दे सकता है म्यू वैरिएंट
हाल ही में डब्ल्यूएचओ ने कहा था कि म्यू या बी.1.621 वैरिएंट कोविड-19 रोधी वैक्सीन के प्रति प्रतिरोधकता का संकेत दे रहा है। इस वैरिएंट को पहली बार इस साल जनवरी में कोलंबिया में पहचाना गया था। तब से यह वायरस दक्षिण अमेरिका के साथ-साथ यूरोप, दक्षिण कोरिया, जापान, कनाडा में भी पाया जा चुका है। अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक म्यू वैरिएंट के ज्यादातर मामले कैलिफोर्निया, फ्लोरिडा, टेक्सास और न्यूयॉर्क में दर्ज किए गए हैं। फिलहाल अमेरिका में डेल्टा वेरिएंट 99 फीसद से अधिक मामलों की वजह बना हुआ है।
रूस में 793 मौत
रूस में हर रोज 18 हजार से ज्यादा नए मामले मिल रहे हैं। यहां कुल मरीजों की संख्या 70 लाख के पार हो गई है। वैक्सीन तेजी से लगने के बाद भी रूस में मरीजों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक रूस में बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 18,645 नए मामले सामने आए हैं जबकि 793 लोगों की मौत हो चुकी है। रूस में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 7,012,599 हो गया है जबकि अब तक 187,200 लोगों की मौत हो चुकी है।
ब्रिटेन में भी बढ़े मामले
ब्रिटेन में हर रोज 37 हजार से ज्यादा नए मरीज मिल रहे हैं। समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन में बीते 24 घंटे में 37,011 नए मामले सामने आए हैं जबकि 68 लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 6,973,995 हो गया है।
ब्राजील ने उठाया यह कदम
ब्राजील ने चीन की सिनोवैक वैक्सीन पर प्रतिबंध लगा दिया है। ये वैक्सीन जिस प्लांट में बन रही थीं, उसे लैटिन अमेरिका के स्वास्थ्य संगठन ने प्रमाणित नहीं किया हुआ है। यह रोक ऐसे समय में लगाई गई है, जब चीनी वैक्सीन की लाखों खुराक देश में आ गई हैं।