नई दिल्ली। Dengue Fever: डेंगू नामक बीमारी मच्छर के काटने से होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन विशेषज्ञ डॉक्टर डेविड नेबारो बताते है कि इसके अधिकतर मामले अमेरिका, भारत, मध्य पूर्वी देशों, एशिया और प्रशांत क्षेत्रों में पाए जाते हैं। इसके साथ ही अगर कोई शख्स उस स्थान पर जाता है जहां डेंगू महामारी फैल रही है, तो वो भी इससे संक्रमित हो सकता है। इसका मतलब ये कि अगर मच्छर किसी डेंगू से पीड़ित व्यक्ति को काटता है तो साथ में उसका खून भी चूसता है।
ऐसे में उस मरीज के खून में शामिल डेंगू का वायरस मच्छर को भी संक्रमित कर देता है। इसके बाद जब यह संक्रमित मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो उसे भी संक्रमण कर देता है। इससे यह बीमारी फैलती जाती है और संक्रमित मच्छर जितने भी लोगों को काटता है, उन्हें संक्रमित करता रहता है। ऐसे में उन स्थानों के बारे में जान लेना बेहतर होगा, जो डेंगू के लिए उच्च जोखिम वाले माने जाते हैं।
दक्षिण पूर्व क्षेत्र
दक्षिण पूर्वी देशों जैसे इंडोनेशिया में इसके मामले सबसे ज्यादा सामने आते हैं। इनमें सबसे ज्यादा तादाद युवा लोगों की होती है। जैसे साल 2000 में बांग्लादेश में जब डेंगू के मामले सामने आए थे, तो करीब 82 फीसदी लोग जो अस्पताल में भर्ती हुए थे, उनमें अधिकतर युवा ही थे। इसके अलावा मामले सिंगापुर, फिलिपींस, थाईलैंड में भी आते हैं।
एशिया
यहां पाकिस्तान, चीन जैसे देशों में कुछ स्थान ऐसे हैं, जो उच्च जोखिम वाले माने जाते हैं। वहीं भारत में साल 2019 में दो लाख लोग डेंगू की चपेट में आ गए थे। जिसके बाद से यहां सरकार ने इस ओर अधिक ध्यान दिया है। यही कारण है कि इस साल बरसात आने से पहले ही डेंगू को रोकने के लिए तैयारियां की जा रही हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि भारत के 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 2018-2019 में बड़ी संख्या में डेंगू के मामले सामने आए थे। 2019 के बाद से देश में डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं। वहीं मच्छर से होने वाली सभी बीमारियों में मरीजों का आंकड़ा देखें तो डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के कुल 48,773 मामले सामने आए हैं।
दक्षिण अमेरिका
दक्षिण अमेरिका में उच्च जोखिम वाले स्थानों में रियो द जेनेरियो, सार्जियो कॉर्टेस शामिल हैं। इसके साथ ही दक्षिण अमेरिका के उत्तरी देशों जैसे ब्राजील, कोलंबिया, वेनेजुएला में भी हर साल डेंगू के मामले आते हैं। इसके साथ ही अफ्रीका के अधिकांश देशों, ऑस्ट्रेलिया के कुछ क्षेत्रों में भी डेंगू के मामले पाए जाते हैं।
आमतौर पर अधिकतर डेंगू के मामले वहां से सामने आते हैं, जहां अत्यधिक गरीबी होती है। जिसके कारण ना केवल साफ सफाई की कमी रहती है बल्कि लोगों को ठीक से इलाज भी नहीं मिल पाता है। यही कारण है कि लाखों की संख्या में ना केवल डेंगू के मामले सामने आते हैं, बल्कि बड़ी संख्या में मरीजों की मौत भी होती है। ऐसा किसी एक देश में नहीं बल्कि कई देशों में देखने को मिलता है। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ-साथ विभिन्न देशों की सरकारें भी अब कदम उठा रही हैं, जागरुकता अभियान चलाकर लोगों को इस बीमारी के बारे में अधिक जानकारी दी जाती है ताकि इसका संक्रमण फैलने से रुक सके।