कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में देश में अन्य राज्यों की अपेक्षा उत्तर प्रदेश के हालात तेजी से बेहतर हो रहे हैं। सक्रिय केस हो या फिर टेस्टिंग और वैक्सीनेशन को लेकर यूपी सरकार के निर्णयों का ही परिणाम है कि आज सर्वाधिक जनसंख्या वाला यूपी दूसरे प्रदेशों से कोरोना पर लगाम लगाने में अव्वल है। कम समय में टेस्टिंग क्षमता को तेजी से बढ़ाते हुए प्रदेश में प्रतिदिन ढाई लाख कोरोना के टेस्ट किए जा रहे हैं। अब तक प्रदेश में सात करोड़ 10 लाख 73 हजार 105 कोरोना की जांचें की जा चुकी हैं। बीते 24 घंटों में एक लाथ 87 हजार 218 कोविड सैम्पल की जांच की गई जिसमें 22 नए केस मिले।
उत्तर प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या अब 400 से कम होकर 345 हो गई है। जो दूसरे प्रदेशों से काफी बेहतर है। दूसरे राज्यों में यूपी की तुलना में कई गुना ज्यादा नए केस रोजाना आ रहे हैं। आबादी के लिहाज से उत्तर प्रदेश से काफी कम आबादी वाले अन्य राज्यों में अब भी संक्रमण पर काबू नहीं पाया जा सका है। सक्रिय केसों की बात करें तो जहां यूपी में सक्रिय केस रोजाना कम हो रहे हैं वहीं महाराष्ट्र में 49,752, केरल में 1,59,355, कर्नाटक में 19,784, तमिलनाडु में 18,603, आंध प्रदेश में 13,677, उड़ीसा में 7,885, असम में 6,658, पश्चिम बंगाल में 9,217, तेलंगाना में 6,276 कुल कोरोना के एक्टिव केस दर्ज किए गए।
339 आक्सीजन प्लांट हुए क्रियाशील : संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर अब तक पूरे उत्तर प्रदेश में 339 आक्सीजन प्लांट क्रियाशील किए जा चुके हैं। प्रदेश में लगभग 552 आक्सीजन प्लांट को क्रियाशील करने का लक्ष्य राज्य सरकार ने निर्धारित किया है। इन सभी आक्सीजन प्लांट के सक्रिय होने से भविष्य में भी प्रदेश के अस्पतालों में आक्सीजन की किल्लत नहीं होगी। प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर 98.6 प्रतिशत है। वहीं, पाजिटिविटी दर 0.01 प्रतिशत रही।
टीकाकरण में यूपी अव्वल : 24 करोड़ के आबादी वाले उत्तर प्रदेश से देश के दूसरे प्रदेश टीकाकरण में कहीं पीछे हैं। पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, दिल्ली समेत अन्य प्रदेशों में जहां कम आबादी होने के बावजूद टीकाकरण धीमी गति से चल रहा वहीं यूपी लगातार रिकार्ड बना रहा है। उत्तर प्रदेश में अब तक छह करोड़ 53 लाख से अधिक टीकाकरण किया जा चुका है, जिसमें अब तक पांच करोड़ 49 लाख से अधिक पहली डोज और एक करोड़ तीन लाख से अधिक दूसरी डोज दी जा चुकी है।